अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला ईकाई का प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को डीसी ऑफिस पहुंच कर NDC से मिला और तमिलनाडु की 17 वर्षीय छात्रा लावण्या को न्याय दिलाने की मांग की।इसको लेकर इन्होंने खानदेशी डॉ सुदेश कुमार को एक ज्ञापन भी सौंपा। बताया गया कि उपायुक्त की अनुपस्थिति में अनडिसीव को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान अभाविप के प्रदेश पदाधिकारी कृष्ण त्रिवेदी ने बताया कि तमिलनाडु की 17 वर्षीय छात्रा लावण्या ने अपने मिशनरी स्कूल के कर्मचारी ननों द्वारा उत्पीड़न और यातना के कारण 19 जनवरी 2022 को आत्महत्या कर ली।इतनी दर्दनाक घटना होने के बाद भी वहां की वर्तमान सरकार खुद मासूम लावण्या को न्याय दिलाने के बजाय सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरुद्ध हाई कोर्ट में याचिका दाखिल करने जाती है।लेकिन हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हुए उनके मामले को न मानती है। इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट में बात न बनने पर वहां कि सरकार लावण्या को न्याय दिलाने की मांग कर रहे अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री निघि त्रिपाठी समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर जेल भेज देती है। आखिर ये कैसा न्याय है। इससे साफ जाहिर होता है कि वहां वर्तमान सरकार ईशाई मिशनरियों के द्वारा किए जा रहे घर्मपरिवर्तन बढ़ावा दे रही है।
मौके पर अभाविप के प्रदेश पदाधिकारी कृष्ण त्रिवेदी, विभाग संयोजक कुमार गौरव, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आशीष सिंह, नगर मंत्री अक्षय कुमार, नगर सहमंत्री उज्जवल तिवारी आदि मौजूद रहें।