Giridih News: पचम्बा थाना क्षेत्र में दो नाबालिग बच्चों का बाल विवाह होने की सूचना पर बाल विवाह मुक्त भारत अभियान तथा चाइल्ड लाइन ने दोनों बच्चों को रेस्क्यू किया। शनिवार को 1 बजे बाल कल्याण समिति में इन्हें प्रस्तुत किया गया। बताया गया कि शुक्रवार शाम 6 बजे दोनों बच्चों को रेस्क्यू किया था। रेस्क्यू के बाद दोनों बच्चों को बाल गृह में सुरक्षित रखा गया। शनिवार को बाल विवाह मुक्त भारत अभियान क़े सहयोगी संगठन बाल सरंक्षण इकाई, चाइल्ड लाइन और बनवासी विकास आश्रम, जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन के सहयोग से दोनों बच्चों को बाल कल्याण समिति गिरिडीह में प्रस्तुत किया गया। इस दौरान लड़का और लड़की क़े अभिभावकों ने अंडरटेकिंग देकर विवाह का अनुष्ठान तब तक नहीं करने का वचन दिया ज़ब तक दोनों बालिग़ नहीं हो जाते हैं। अगर वचन पत्र का उलंघन हुआ तो बाल विवाह निषेध अधिनियम क़े अंतर्गत विधिक कार्रवाई किया जायेगा।
अंडर टेकिंग को स्थानीय जिला परिषद सदस्य अनवर अंसारी, मुखिया मुमताज़ अंसारी, पूर्व पंचायत समिति सदस्य देवराज दास और पंचायत सेवक -सह – बाल विवाह निषेध पदाधिकारी स्नेहा कुमारी द्वारा सत्यापित किया गया है। CWC के आदेशानुसार, उचित परामर्श और चेतावनी के बाद बच्चों को उनके परिवार को सौंप दिया गया। इस कार्रवाई ने जिले में बाल विवाह रोकथाम की दिशा में एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है। बाल विवाह की इस आपराधिक घटना को रोकने में बाल कल्याण समिति की अध्यक्षा पूजा सिन्हा, जिला बाल सरंक्षण पदाधिकारी जीतू कुमार, बनवासी विकास आश्रम जस्ट रायट्स फॉर चिल्ड्रेन क़े सामुदायिक सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश कुमार, चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट सुरेश शक्ति की भूमिका सराहनीय रही।