रामकृष्ण परमहंस एक महान समाज सुधारक, गुरु, संत एवं विचारक थे। वे यह मानते थे कि इस दुनिया में एक ईश्वर है और उनके दर्शन किए जा सकते हैं। सभी धर्म भगवान को पाने के ही तरीके बताते हैं भले ही यह तरीके अलग-अलग हैं। उन्होंने सभी धर्मों का महत्व बताया और उनका मान सम्मान करने को कहा। उनके शिष्य – केशव चंद्र सेन और स्वामी विवेकानंद ने उनके विचारों को इस दुनिया में फैलाया।