देशभर में टोल भुगतान के नियमों में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने घोषणा की है कि 15 नवंबर से नया टोल नियम लागू किया जाएगा। इसके तहत जिन वाहनों में फास्टैग नहीं है या निष्क्रिय है, अब उन्हें नकद भुगतान करने पर सामान्य शुल्क से दोगुना टोल देना होगा।
लेकिन अच्छी खबर यह है कि अगर चालक UPI (यूपीआई) के जरिए भुगतान करते हैं, तो उन्हें सिर्फ 1.25 गुना टोल ही देना होगा।
सरकार का कहना है कि इस फैसले का उद्देश्य नकद लेनदेन को कम करना और डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देना है। मंत्रालय ने इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क (दरों का निर्धारण और संग्रह) नियम, 2008 में संशोधन किया है। इससे टोल प्लाजा पर न केवल समय की बचत होगी बल्कि ट्रैफिक जाम में भी कमी आएगी।
उदाहरण के लिए, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर यदि फास्टैग टोल ₹170 है, तो बिना फास्टैग वाले वाहन को नकद में ₹340 देना पड़ता है। लेकिन अब UPI से भुगतान करने पर केवल ₹212.50 का ही भुगतान करना होगा। यानी ड्राइवरों को ₹127.50 (लगभग 37.5%) की सीधी बचत होगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम डिजिटल इंडिया मिशन को नई गति देगा, साथ ही टोल भुगतान को और पारदर्शी बनाएगा। सरकार को उम्मीद है कि आने वाले समय में सभी टोल प्लाजा पूरी तरह डिजिटल लेनदेन की दिशा में अग्रसर होंगे।
तो अगली बार टोल पर रुकें नहीं, बस UPI स्कैन करें और पैसे बचाएं!
डिजिटल भुगतान अपनाएं, समय और पैसा दोनों बचाएं!