गांडेय के मेदनीसारे गांव में भटक कर पहुंची महिला शुक्रवार को 12 बजे अपने परिजनों से मिली।सोशल मीडिया की मदद से 4 महीना के बाद महिला की अपने परिजनों से मुलाकात हुई।घर से भटकी महिला के तीन बेटे जब अपनी मां को लेने के लिए मेदनीसारे गांव पहुंचे तब महिला और तीनों बेटे फफक कर रोने लगे।मां बेटे का मिलन देखकर गांव वालें भी भावुक हो गए।
महिला के तीनों बेटों ने अपनी मां को लेकर घर चले गए।मालूम हो कि धनबाद जिला के मोहदा थाना क्षेत्र की भाटीडीह निवासी 62 वर्षीय सरस्वतिया देवी नामक महिला बीते सितंबर माह में अपने घर से अपनी बेटी के घर जाने के लिए निकली थी और अपना रास्ता भटक गई।
बताया गया कि वह लगातार चार महीना तक भटकती रही. इस क्रम वह मजदूरी भी किया, इधर उधर भीख भी मांगी. उक्त महिला भटकते – भटकते गुरुवार की शाम को मेदनीसारे गांव पहुंची. मेदनीसारे गांव के ग्रामीण अनजान महिला को देखकर उससे पुछताछ किया. मेदनीसारे गांव निवासी सह झामुमो नेता ने महिला के भटकने की जानकारी गिरनिया निवासी जितेंद्र सिंह को दिया.
जितेन्द्र सिंह ने उक्त जानकारी को सोशल मीडिया में पोस्ट किया. उक्त पोस्ट को महिला के पड़ोसियों ने देखा और उनके बेटों को जानकारी दिया। महिला के बेटों ने जितेन्द्र सिंह से फोन में बात किया और तीनों बेटे क्रमशः गोनी भुईया , श्रवण भुईयां और शनिचर कुमार गांडेय पहुंचे। जितेन्द्र सिंह और परमेश्वर मुर्मू ने बेटों को महिला से मिलवाया और सभी को घर भेज दिया।