गिरिडीह जिले के तीसरी प्रखंड मुख्यालय में एक पिता अपने बच्चे का एडमिशन के लिए जाति आवासीय बनाने के लिए अंचल कार्यालय का विगत 7 माह से चक्कर लगा रहे हैं। किंतु उनकी परेशानी अब तक खत्म नहीं हुई है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए भंडारी पंचायत के गादी निवासी प्रयाग रविदास ने कहा कि उनके पुत्र अमित कुमार एवम रोहित कुमार को विद्यालय में नामांकन के लिए जाति प्रमाण पत्र एवं स्थानीय प्रमाण पत्र का मांग किया गया है। जिसे वे पिछले 7 माह से बनाने का प्रयास कर रहे हैं। मगर वे जब भी अंचल कार्यालय आते हैं तो अंचल निरीक्षक का कार्यालय बंद रहता है। उन्होंने कई बार उनसे मिलने का भी प्रयास किया मगर वे उनसे मिल भी नही पाए जिस कारण से उनके पुत्रों का अब तक विद्यालय में नामांकन नही हो पाया है। वहीं दूसरे लोगों को कहना है तीसरी अंचल कार्यालय में अभी स्थिति यह हो गई है कि बिना चढ़ावा का कोई कार्य यहां के अधिकारी नही कर रहे है। अगर किसी को जाति, आवासीय या कुछ और भी कार्य करना होता है तो उन्हें सबसे पहले चढ़ावा चाहिए होता है।
बताते चलें कि जब इसकी जानकारी लेने के लिए अंचल निरीक्षक नरेश सिन्हा को फोन किया गया तो उन्होंने बताया कि जितने भी लोगों ने अप्लाई किया था सभी का प्रमाण पत्र बन गया है और जिनका नही बना है उसे जल्द ही मिल जायेगा।
ऐसे में सवाल यह है कि जहां प्रमाण पत्र बनाने के लिए 15 दिन का कार्यकाल काफी रहता है तो क्या वजह है जो सीआई साहब अब तक सिर्फ एक व्यक्ति का प्रमाण पिछले 7 महीनो में भी नही बनवा सके।