डुमरी के विधायक जयराम कुमार महतो ने अपने चुनावी वादे के अनुसार, अपनी सैलरी का 75 प्रतिशत हिस्सा जनकल्याण में खर्च करने की दिशा में अहम कदम उठाया। नावाडीह में आयोजित भव्य प्रतिभा सम्मान समारोह में मैट्रिक और इंटर के टॉपर्स छात्रों को सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल संतोष गंगवार मुख्य अतिथि थे। कुल 4 टॉपर्स को लैपटॉप, 36 छात्रों को टैबलेट और 70 पंचायत टॉपरों को राज्यपाल के हाथों सम्मानित किया गया। यह पहली बार था जब किसी विधायक के निजी प्रयास से ऐसा बड़ा आयोजन हुआ, जिसमें राज्यपाल जैसे गणमान्य अतिथि शामिल हुए।
शिक्षा को मिला बढ़ावा और भविष्य की योजनाएं
विधायक जयराम महतो ने कहा कि शिक्षा ही समाज के विकास की नींव है और जब तक शिक्षा को प्राथमिकता नहीं दी जाएगी, तब तक झारखंड का समग्र विकास संभव नहीं है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगली बार उनके वेतन का उपयोग किसानों, महिलाओं या जरूरतमंदों के सहयोग के लिए किया जाएगा। इसके अलावा, जो छात्र असफल हो गए हैं और आर्थिक तंगी के कारण पढ़ाई छोड़ने की सोच रहे हैं, उनके लिए अलग से सहायता योजना तैयार की जा रही है। उन्होंने बच्चों से अपील की कि वे पढ़ाई में मन लगाएं, क्योंकि शिक्षित युवा ही समाज को नई दिशा दे सकते हैं।
राज्यपाल ने बिनोद बिहारी महतो के विचारों को किया याद
कार्यक्रम में राज्यपाल संतोष गंगवार ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि उनकी मेहनत और समर्पण सराहनीय है। उन्होंने शिक्षा को आत्मनिर्भर भारत की नींव बताते हुए कहा कि समाज और सरकार की जिम्मेदारी है कि ऐसे होनहार छात्रों को हरसंभव समर्थन और संसाधन दिए जाएं। राज्यपाल ने बिनोद बिहारी महतो के विचारों और उनके समाज सुधारक योगदान को भी याद किया। विधायक जयराम महतो ने सभी जनप्रतिनिधियों, नौकरशाहों और कॉर्पोरेट जगत से अपील की कि वे समाजसेवा को प्राथमिक उद्देश्य बनाएं ताकि आर्थिक असमानता को दूर कर वास्तविक विकास सुनिश्चित किया जा सके।