गिरिडीह, झारखंड — झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘मंईयां सम्मान योजना’ के अंतर्गत गिरिडीह जिले में 15,611 लाभुकों के दस्तावेज सत्यापन में सही नहीं पाए गए हैं। इसके चलते इन लाभुकों की जनवरी से मार्च 2025 तक की सम्मान राशि फिलहाल होल्ड पर रखी गई है। राज्य स्तर पर कुल 2,97,301 लाभुकों के कागजात में गड़बड़ी पाई गई है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से मार्च के बीच 53,64,490 लाभुकों को योजना की राशि वितरित की जा चुकी है। वहीं, जिन लाभुकों के दस्तावेज रिकॉर्ड से मेल नहीं खा रहे हैं, उन्हें दोबारा आवश्यक दस्तावेज जमा करने के लिए निर्देशित किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं अपने संबंधित प्रखंड कार्यालयों में और शहरी क्षेत्रों की महिलाएं अंचल कार्यालयों में दस्तावेज जमा करा रही हैं। सत्यापन के बाद ही उनकी राशि जारी की जाएगी।
गिरिडीह के अलावा, धनबाद (38,777), पाकुड़ (32,408), गोड्डा (25,671), पश्चिमी सिंहभूम (23,891), देवघर (20,590) और रांची (19,764) जैसे जिलों में भी बड़ी संख्या में लाभुकों के दस्तावेज खामियों के कारण रद्द हुए हैं।
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि अप्रैल 2025 से केवल उन्हीं लाभुकों को योजना का लाभ दिया जाएगा जिनका बैंक खाता आधार से जुड़ा हुआ होगा। इसके लिए सभी जिलों को बैंकों के साथ समन्वय स्थापित कर प्रक्रिया पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है।
गिरिडीह जिला प्रशासन अब लाभुकों को सूचित कर रहा है कि वे समय रहते सही दस्तावेजों के साथ पुनः आवेदन करें, जिससे उन्हें योजना की अगली किस्त का लाभ मिल सके।