गिरिडीह: जमुआ मुख्य मार्ग चौड़ीकरण कार्य के तहत नटराज चौक के पास स्थित 24 दुकानों को खाली करने के नोटिस पर सोमवार को व्यापारियों में रोष देखने को मिला। इस मामले को लेकर सर्राफा संघ, चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज एवं अन्य संगठनों के प्रतिनिधि नगर निगम कार्यालय पहुंचे और उपनगर आयुक्त से मुलाकात की।
नगर निगम परिसर में हुई बैठक में चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष राहुल बर्मन ने स्पष्ट कहा कि जब तक प्रभावित दुकानदारों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जाती, तब तक उन्हें दुकान खाली करने के लिए बाध्य न किया जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि चौड़ीकरण जरूरी है, लेकिन इसके साथ-साथ व्यापारियों के आजीविका के साधनों की सुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
इस दौरान उपनगर आयुक्त ने व्यापारियों को भरोसा दिलाया कि मामले पर वरीय पदाधिकारियों एवं संबंधित विभाग से विमर्श कर ठोस कदम उठाया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि जब तक समाधान नहीं निकलता, तब तक दुकानों को अतिक्रमण मुक्त करने की कार्रवाई स्थगित रहेगी।
बैठक में चैंबर के सचिव गोपाल दास भदानी, कार्यकारी सदस्य राहुल कुमार, सर्राफा संघ के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे। व्यापारियों का कहना है कि सड़क चौड़ीकरण विकास का हिस्सा है, लेकिन इसका तरीका ऐसा होना चाहिए जिससे आम लोगों और व्यवसायियों की रोज़ी-रोटी प्रभावित न हो।
स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन से मांग की है कि विकास कार्य और जनजीवन के बीच संतुलन बनाकर ही योजनाओं को लागू किया जाए। आने वाले दिनों में यदि ठोस समाधान नहीं निकला, तो व्यापारी संगठन आंदोलन की राह पकड़ सकते हैं।