मंडप में बढ़ा तनाव, बारात पहुंची थाने
गिरिडीह शहर के सिहोडीह में एक शादी समारोह उस समय हाई-वोल्टेज ड्रामा में बदल गया, जब जयमाला के बाद अचानक लड़के के भाई और लड़की के पिता के बीच विवाद हो गया। गुरुवार रात मंडप में माहौल इतना गरमाया कि शादी की रस्में तत्काल रोकनी पड़ीं और मामला सीधे मुफस्सिल थाना पहुंच गया।
बारात बाघमारा–गोमो से आई थी और वधू पक्ष ने स्वागत की पूरी तैयारी की थी। बाराती नाचते-गाते मंडप तक पहुंचे, जहां जयमाला की रस्म धूमधाम से पूरी हुई। लेकिन जैसे ही शादी की मुख्य रस्में शुरू होने वाली थीं, किसी बात को लेकर दोनों पक्षों में तेज बहसबाजी शुरू हो गई।
थाने में पहुंचा मामला, पूरी रात चली बैठकी
विवाद बढ़ते ही दूल्हे की कार थाने के बाहर खड़ी हो गई और दोनों पक्ष के लोग एक-दूसरे की शिकायत लेकर पहुंच गए। देर रात तक मामला शांत नहीं हो पाया। इसके बाद पूर्व मुखिया और समाजसेवी संदीप शर्मा तथा मुफस्सिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो ने हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया।
थाने में दोनों परिवारों की बातें गंभीरता से सुनी गईं। कई घंटों की समझाइश के बाद दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी गलतियाँ स्वीकार कीं और विवाद को समाप्त करने पर सहमति जताई।
कोलडीहा के मंदिर में दोपहर 2 बजे संपन्न हुई शादी
विवाद शांत होने के बाद शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे कोलडीहा के एक मंदिर में शांतिपूर्ण तरीके से वर–वधु का विवाह संपन्न कराया गया। दोनों परिवारों ने राहत की सांस लेते हुए शुभ कार्य पूरा किया।
समाज के बीच मिसाल बनी समझौते की पहल
संदीप शर्मा और थाना प्रभारी की पहल ने न केवल एक टूटते रिश्ते को बचाया बल्कि समाज के लिए एक सकारात्मक संदेश भी दिया कि बातचीत हर विवाद का समाधान है।











