गिरिडीह:
जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए उपायुक्त रामनिवास यादव ने मंगलवार सुबह 10 बजे गिरिडीह सदर अस्पताल और मातृत्व शिशु केंद्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने चिकित्सकों के साथ विशेष बैठक कर अस्पताल की व्यवस्था, मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं और स्टाफ की उपस्थिति पर चर्चा की।
बैठक में उपायुक्त ने साफ शब्दों में कहा कि चिकित्सा सेवा एक व्यापक जन सेवा है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी चिकित्सकों को सख्ती से समय सारणी का पालन करने का निर्देश दिया और मरीजों की प्राथमिकताओं को समझकर त्वरित और गुणवत्तापूर्ण सेवा देने की अपील की। उन्होंने कहा कि मरीजों के साथ सम्मानपूर्ण व्यवहार जरूरी है और किसी भी प्रकार की शिकायत पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

meeting with all member at sadar hospital
वहीं, मौके पर मौजूद सिविल सर्जन डॉ शेख मुहम्मद जफरुल्लाह ने एक गंभीर मुद्दे की ओर ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि अस्पताल परिसर में ‘बिजोलिया वाद’ यानी बिचौलियों की सक्रियता बढ़ गई है, जो मरीजों को अनावश्यक रूप से परेशान कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर जल्द ही कार्रवाई कर शिकंजा कसा जाएगा ताकि मरीजों को निर्बाध चिकित्सा सुविधा मिल सके।

Dr. shekh muhammmad Jafrullah with DC
निरीक्षण के दौरान कई वरिष्ठ चिकित्सक भी उपस्थित थे, जिनमें डॉक्टर आर पी दास, डॉक्टर सर्जना शर्मा, डॉक्टर मधुलिका, डॉक्टर फजल अहमद, डॉ रवि महर्षि, डॉ वीरेंद्र कुमार, डॉ रजी अरशद, डॉक्टर नीता कुमारी, डॉक्टर कुमारी निवेदिता, डॉक्टर एहसान आदि शामिल थे। उपायुक्त ने सभी से संवाद करते हुए अस्पताल को साफ-सुथरा और व्यवस्थित बनाए रखने की अपील की।

inspection at sadar
इस निरीक्षण से यह स्पष्ट हो गया है कि जिला प्रशासन स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर गंभीर है और अब मरीजों को बेहतर सेवा देने में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। साथ ही, बिचौलियों के खिलाफ सख्त कदम उठाकर स्वास्थ्य व्यवस्था को पारदर्शी और मरीज हितैषी बनाने की दिशा में ठोस पहल की जा रही है।
