बिना सूचना प्रदर्शन और नारेबाजी से नगर निगम में बाधित हुआ काम
गिरिडीह नगर निगम कार्यालय के बाहर जनता जागरूकता संघ के युवाओं सहित कई प्रदर्शनकारियों के खिलाफ नगर थाना में FIR दर्ज की गई है। गुरुवार सुबह 11 बजे नगर निगम प्रशासन ने बताया कि बुधवार की दोपहर प्रदर्शनकारियों ने बिना किसी पूर्व सूचना के मुख्य गेट को जाम कर दिया और ज़ोरदार नारेबाजी शुरू कर दी, जिससे कार्यालय का सामान्य कामकाज प्रभावित हो गया।
उप नगर आयुक्त ने दी शिकायत, “गुंडागर्दी जैसे कृत्य” का आरोप
उप नगर आयुक्त प्रशांत लायक ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए नगर थाना में लिखित शिकायत दर्ज की है। उनकी ओर से कहा गया कि 3 दिसंबर को कुछ असामाजिक तत्वों ने अचानक नगर निगम कार्यालय के मुख्य द्वार को अवरुद्ध कर दिया।
आरोप है कि प्रदर्शनकारियों ने धरना के नाम पर गेट जाम कर गुंडागर्दी जैसी हरकतें कीं और आने-जाने वाले आम नागरिकों को भी कार्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया।
प्रशासन के मुताबिक, कई बार समझाने के बावजूद प्रदर्शनकारी अपने स्थान से नहीं हटे। इसके कारण नगर निगम का सरकारी कार्य बाधित हुआ और कर्मचारियों व नागरिकों दोनों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
नगर निगम ने कार्रवाई को बताया आवश्यक कदम
नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि सार्वजनिक स्थानों पर इस तरह के अवैध प्रदर्शन से न केवल कामकाज प्रभावित होता है, बल्कि आम जनता को भी असुविधा होती है। इसलिए इस मामले में FIR दर्ज कर कानूनी कार्रवाई अनिवार्य हो गई थी।
नगर थाना पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है और प्रदर्शन में शामिल लोगों की पहचान की प्रक्रिया जारी है।
नगर निगम गेट जाम मामले में कार्रवाई के बाद शहर में चर्चा तेज हो गई है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस जांच के बाद आगे क्या कदम उठाए जाते हैं और दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है।












