लाभुक का दावा: पति को गलत तरीके से “पारा शिक्षक” दिखाया गया
गिरिडीह जिले के गांडेय प्रखंड में मईया सम्मान योजना को लेकर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। ग्राम पंचायत चम्पापुर की सलमा खातून, पति मो. सुल्तान अंसारी, ने सोमवार सुबह 11 बजे गांडेय प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) को आवेदन देकर योजना में हुई अनियमितता की शिकायत की है।
सलमा खातून ने अपने आवेदन में बताया कि ऑनलाइन पोर्टल पर उनके पति को पारा शिक्षक दिखाया जा रहा है। जबकि वास्तविकता यह है कि उनका इससे कोई संबंध नहीं है। इसी गलत जानकारी के कारण उन्हें योजना से अपात्र घोषित कर दिया गया और उनका लाभ अचानक बंद कर दिया गया।
चार किस्तें मिलीं, फिर बंद हो गई योजना राशि
लाभुक ने बताया कि शुरू में उन्हें मईया सम्मान योजना की चार किस्तें नियमित रूप से मिलीं, लेकिन उसके बाद अचानक भुगतान आना बंद हो गया। जब उनके पति मो. सुल्तान अंसारी बाहर केरला से घर लौटे और जांच पड़ताल शुरू की, तब उन्हें पता चला कि सिस्टम में उन्हें गलत तरीके से “पारा शिक्षक” दर्ज कर दिया गया है।
सुल्तान अंसारी ने कहा कि वे रोज़गार के लिए केरला में मजदूरी करते हैं और उनका किसी भी शिक्षण कार्य से कोई संबंध नहीं है। इस गंभीर त्रुटि को ठीक कराने के लिए उन्होंने BDO को आवेदन सौंपा।
BDO ने दिया जांच का आदेश, पोर्टल खुलने पर होगा सुधार
आवेदन मिलने के बाद गांडेय BDO ने तुरंत पंचायत सचिव को पूरे मामले की जांच करने का निर्देश दिया। जांच में यह पाया गया कि लाभुक का नाम स्टेट स्तर से ही बंद कर दिया गया है।
BDO ने बताया कि अभी योजना का पोर्टल बंद है। जैसे ही पोर्टल खुलेगा, लाभुक के दस्तावेज़ों का करेक्शन किया जाएगा और पूरा मामला आगे की प्रक्रिया के लिए जिला कार्यालय को अग्रसारित कर दिया जाएगा।
मामला सामने आने के बाद स्थानीय स्तर पर चर्चा तेज हो गई है। लाभुक उचित जांच और जल्द से जल्द योजना का लाभ पुनः बहाल किए जाने की मांग कर रहे हैं।












