झारखंड के जननायक और आदिवासी समाज की आत्मा माने जाने वाले धरती आबा बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पूरे राज्य में श्रद्धा व सम्मान के साथ मनाई जा रही है। इसी क्रम में गिरिडीह जिले में भी विभिन्न स्थानों पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए गए, जहां लोगों ने बिरसा मुंडा के संघर्ष, बलिदान और सामाजिक चेतना की याद की।
गिरिडीह स्थित झामुमो कार्यालय में नगर विकास सह पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। मंत्री सोनू ने कहा कि बिरसा मुंडा केवल एक नेता नहीं थे, बल्कि जनआंदोलन, आत्मसम्मान और झारखंड की पहचान के प्रतीक थे। उन्होंने बताया कि सरकार बिरसा मुंडा के सपनों के अनुरूप राज्य को मजबूत और आदिवासी समाज को सशक्त बनाने के लिए निरंतर काम कर रही है।
कार्यक्रम में कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे। इसमें गिरिडीह जिला अध्यक्ष संजय सिंह, पूर्व विधायक केदार हाजरा, नगर अध्यक्ष रॉकी सिंह, प्रणव वर्मा, सुमित कुमार सहित अन्य झामुमो पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल थे। सभी ने धरती आबा की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
इसी अवसर पर गिरिडीह के बिरसा चौक में भी उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम में शामिल झामुमो नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कहा कि धरती आबा की प्रेरणा आज भी समाज को एकजुटता, न्याय और अधिकारों के प्रति जागरूक करती है। सभी ने मिलकर उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने और उनके सपनों के झारखंड निर्माण का संकल्प दोहराया।












