9 जुलाई को प्रस्तावित देशव्यापी भारत बंद को लेकर पूरे देश में हलचल है, और झारखंड भी इससे अछूता नहीं रहेगा। 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा बुलाई गई इस आम हड़ताल में देशभर के 25 करोड़ से अधिक कर्मचारी शामिल हो सकते हैं। किसान, मजदूर, बैंकिंग, बीमा, डाक विभाग और परिवहन समेत कई क्षेत्रों के कर्मचारी सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध दर्ज कराएंगे। झारखंड में भी हड़ताल का व्यापक असर दिख सकता है, खासकर सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक घोषित किया गया है कि दो घंटे के चक्का जाम किया जाएगा
17 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल
झारखंड की राजधानी रांची समेत अन्य जिलों में भी आज शाम मशाल जुलूस निकाला जाएगा, ताकि आम लोगों को आंदोलन के मकसद से जोड़ा जा सके। भाकपा कार्यालय में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में वाम नेताओं ने केंद्र की नीतियों को मजदूर-किसान विरोधी बताया। उन्होंने 44 पुराने श्रम कानूनों को खत्म कर चार लेबर कोड लागू करने, एमएसपी की गारंटी न देने और तेजी से हो रहे निजीकरण को जनविरोधी करार दिया।बड़ी बात यह है कि इस हड़ताल को झारखंड में झामुमो, कांग्रेस, राजद और वाम दलों का समर्थन प्राप्त है। इसी के विरोध में 17 सूत्री मांगों के साथ यह हड़ताल बुलाई गई है।
क्या स्कूल, कॉलेज और बैंक खुलेंगे
स्कूल, कॉलेज और बैंक खुलेंगे या नहीं, इस पर अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है, लेकिन संभावना है कि बैंकिंग सेवाएं बाधित रहें। कोयला उत्पादन और ढुलाई, बीमा, रेलवे, एलआईसी, सेल, भेल और विमानन क्षेत्र तक इसका असर दिखने की आशंका है, ऐसे में लोगों को तैयार रहना होगा।