स्मार्ट मीटर की गड़बड़ी या विभागीय लापरवाही? उपभोक्ता परेशान
गिरिडीह जिले के सिरसिया शंकरचक निवासी साधारण उपभोक्ता चंदन कुमार बरनवाल को बिजली विभाग की लापरवाही का भारी खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। विभाग ने उन पर 4,16,061 रुपये का गलत बिल थोप दिया है, जिससे पूरा परिवार मानसिक तनाव में है। शुक्रवार को दोपहर 2 बजे उपभोक्ता ने मीडिया के सामने अपनी समस्या रखी और उपायुक्त गिरिडीह को आवेदन देकर न्याय की मांग की है।
1206 यूनिट की खपत, लेकिन दिखाया 58,508 यूनिट — कैसे बना लाखों का बिल?
शिकायतकर्ता चंदन बरनवाल के अनुसार, उनका बिजली कनेक्शन नंबर SBY0217 है। फरवरी 2025 तक उनका सभी बिल नियमित भुगतान किया गया था और कोई बकाया नहीं था। इसके बाद उनके घर स्मार्ट मीटर लगाया गया।
उपभोक्ता का कहना है कि पिछले सात महीनों में कुल 1206 यूनिट ही बिजली की खपत हुई, जो सामान्य और राज्य सरकार की मुफ्त बिजली योजना के दायरे में आती है। इसके बावजूद मीटर रीडर ने 58,508 यूनिट दर्ज कर दिया, जिसके आधार पर 4,16,061 रुपये का भारी-भरकम बिल जारी किया गया।
शिकायत के बाद भी विभाग मौन, उपभोक्ता परेशान
चंदन बरनवाल ने 15 सितंबर 2025 को बिजली विभाग के एसडीओ को लिखित शिकायत दी और मीटर की जांच भी कराई। इसके बावजूद अब तक न तो बिल में सुधार किया गया और न ही कोई ठोस कार्रवाई हुई।
उपभोक्ता का आरोप है कि विभागीय अधिकारी टालमटोल कर रहे हैं, जिससे वे गहरे मानसिक तनाव में हैं। उन्होंने उपायुक्त से तत्काल बिल संशोधन और राहत प्रदान करने की मांग की है।
समस्या समाधान की उम्मीद, प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग
स्थानीय लोगों का कहना है कि विभाग की लगातार लापरवाही से उपभोक्ताओं का भरोसा कमजोर हो रहा है। चंदन बरनवाल के मामले में प्रशासनिक हस्तक्षेप जरूरी है, ताकि उन्हें न्याय मिल सके और ऐसी घटनाएँ दोबारा न हों।
उपभोक्ताओं ने की अपील — स्मार्ट मीटर की जांच हो, गलत बिलिंग पर कड़ी कार्रवाई हो












